Discover millions of ebooks, audiobooks, and so much more with a free trial

Only $11.99/month after trial. Cancel anytime.

एक युग का अन्त
एक युग का अन्त
एक युग का अन्त
Ebook57 pages21 minutes

एक युग का अन्त

Rating: 0 out of 5 stars

()

Read preview

About this ebook

दो शब्द
परिचय
एक महान जीवन
पेशा और कामकाज
पंजाबी ग़ज़ल को उनका योगदान
प्रमुख रचनायें और सम्मान
दार्शनिक सुर वाले गंभीर कवि
पातर और लोकधारा
सुरजीत पातर की कवितायेँ हिंदी में अनुवादित

"एक युग का अन्त" एक ऐसी पुस्तक है जो पंजाबी के महान कवि सुरजीत सिंह पातर जी की जीवनी को संजोती है। इस पुस्तक के लेखक टी. सिंह ने पातर जी के जीवन के विभिन्न पहलुओं को बड़ी ही बारीकी से उजागर किया है।

यह पुस्तक उनके स्वर्गवास के दुखद अवसर पर उनके अनगिनत प्रशंसकों को समर्पित की जा रही है, जिन्होंने उनके अद्वितीय साहित्यिक योगदान की सराहना की और उनके शब्दों में जीवन की गहराई को महसूस किया।

सुरजीत सिंह पातर, जिनका नाम पंजाबी साहित्य के आकाश में एक चमकते सितारे के रूप में स्थापित है, ने अपने लेखन से न केवल साहित्यिक धारा को समृद्ध किया बल्कि समाज के विभिन्न पहलुओं को भी गहराई से छुआ।

उनकी कविताओं में मानवता, प्रेम, दर्द और समाज के प्रति उनकी संवेदनशीलता का बखूबी चित्रण मिलता है। पातर जी ने अपने सरल लेकिन प्रभावशाली शब्दों से पाठकों के दिलों में एक स्थायी छाप छोड़ी है।

उनकी कविताएँ केवल शब्दों का संग्रह नहीं, बल्कि भावनाओं का एक सजीव चित्रण हैं। उन्होंने अपने लेखन के माध्यम से समाज के उपेक्षित और दबे-कुचले लोगों की आवाज़ को बुलंद किया। उनकी कविताओं में जो मानवीय संवेदनाएं हैं, वे हर पाठक के हृदय को स्पर्श करती हैं और उन्हें आत्मचिंतन के लिए प्रेरित करती हैं।

पातर जी का जीवन संघर्ष और सृजन का एक अनुपम उदाहरण है। उन्होंने कठिनाइयों के बीच भी अपने साहित्यिक सफर को जारी रखा और अपनी लेखनी के माध्यम से समाज को नई दिशा देने का प्रयास किया। उनके काव्य में पग-पग पर उनकी अद्वितीय सोच और दार्शनिक दृष्टिकोण की झलक मिलती है।

"एक युग का अन्त" पुस्तक के माध्यम से लेखक टी. सिंह ने पातर जी के जीवन की उन कहानियों को उजागर किया है, जो आज तक अनकही थीं। यह पुस्तक उनके संघर्ष, उनकी सफलता और उनके उस योगदान को दर्शाती है, जो उन्होंने पंजाबी साहित्य और समाज को दिया। पातर जी के व्यक्तित्व और उनके कार्यों को समझने के लिए यह पुस्तक एक महत्वपूर्ण कड़ी है।

यह पुस्तक न केवल सुरजीत सिंह पातर जी के जीवन की घटनाओं का संग्रह है, बल्कि उनके विचारों और उनकी साहित्यिक यात्रा का दस्तावेज भी है। टी. सिंह ने अपने लेखन के माध्यम से पातर जी के जीवन के उन पहलुओं को उकेरा है, जो उनके प्रशंसकों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।

"एक युग का अन्त" उन सभी लोगों के लिए एक अमूल्य धरोहर है, जो पातर जी के लेखन से प्रेम करते हैं और उनकी कविताओं में छुपे गहरे अर्थों को समझने की इच्छा रखते हैं। यह पुस्तक एक सजीव चित्रण है उस युग का, जिसने सुरजीत सिंह पातर जैसे महान कवि को जन्म दिया और उनकी साहित्यिक यात्रा को समृद्ध किया।

इस पुस्तक के माध्यम से पातर जी की स्मृतियों को जीवंत रखा गया है, ताकि आने वाली पीढ़ियाँ उनके साहित्यिक योगदान से प्रेरणा ले सकें और उनकी कविताओं के माध्यम से जीवन के सच्चे अर्थों को समझ सकें। "एक युग का अन्त" पातर जी के अमर काव्य और उनके अविस्मरणीय जीवन को एक समर्पित आदरांजलि है।

Languageहिन्दी
PublisherRaja Sharma
Release dateJun 22, 2024
ISBN9798224799695
एक युग का अन्त

Read more from टी सिंह

Related to एक युग का अन्त

Related ebooks

Reviews for एक युग का अन्त

Rating: 0 out of 5 stars
0 ratings

0 ratings0 reviews

What did you think?

Tap to rate

Review must be at least 10 words

    Book preview

    एक युग का अन्त - टी सिंह

    दो शब्द

    एक युग का अन्त एक ऐसी पुस्तक है जो पंजाबी के महान कवि सुरजीत सिंह पातर जी की जीवनी को संजोती है। इस पुस्तक के लेखक टी. सिंह ने पातर जी के जीवन के विभिन्न पहलुओं को बड़ी ही बारीकी से उजागर किया है।

    यह पुस्तक उनके स्वर्गवास के दुखद अवसर पर उनके अनगिनत प्रशंसकों को समर्पित की जा रही है, जिन्होंने उनके अद्वितीय साहित्यिक योगदान की सराहना की और उनके शब्दों में जीवन की गहराई को महसूस किया।

    सुरजीत सिंह पातर, जिनका नाम पंजाबी साहित्य के आकाश में एक चमकते सितारे के रूप में स्थापित है, ने अपने लेखन से न केवल साहित्यिक धारा को समृद्ध किया बल्कि समाज के विभिन्न पहलुओं को भी गहराई से छुआ।

    उनकी कविताओं में मानवता, प्रेम, दर्द और समाज के प्रति उनकी संवेदनशीलता का बखूबी चित्रण मिलता है। पातर जी ने अपने सरल लेकिन प्रभावशाली शब्दों से पाठकों के दिलों में एक स्थायी छाप छोड़ी है।

    उनकी कविताएँ केवल शब्दों का संग्रह नहीं, बल्कि भावनाओं का एक सजीव चित्रण हैं। उन्होंने अपने लेखन के माध्यम से समाज के उपेक्षित और दबे-कुचले लोगों की आवाज़ को बुलंद किया। उनकी कविताओं में जो मानवीय संवेदनाएं हैं, वे हर पाठक के हृदय को स्पर्श करती हैं और उन्हें आत्मचिंतन के लिए प्रेरित करती हैं।

    पातर जी का जीवन संघर्ष और सृजन का एक अनुपम उदाहरण है। उन्होंने कठिनाइयों के बीच भी अपने साहित्यिक सफर को जारी रखा और अपनी लेखनी के माध्यम से समाज को नई दिशा देने का प्रयास किया। उनके काव्य में पग-पग पर उनकी अद्वितीय सोच और दार्शनिक दृष्टिकोण की झलक मिलती है।

    एक युग का अन्त पुस्तक के माध्यम से लेखक टी. सिंह ने पातर जी के जीवन की उन कहानियों को उजागर किया है, जो

    Enjoying the preview?
    Page 1 of 1